Hello दोस्तों Welcome to RMPathshala.com आज के इस blog post में हम आपको एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग क्या है? (Environmental Engineering Kya Hai) की पूरी जानकारी एकदम विस्तारपूर्वक एवं सरलता से देने वाले है, इसलिए कृपया इसे अंत तक पढ़े।
पिछले कुछ दशक में वैश्विक स्तर पर पर्यावरण काफी प्रदूषित हुआ है। प्रदूषण की यह रफ्तार बढ़ती ही जा रही है, लेकिन अब इसके दुष्प्रभाव की वजह से लोग पर्यावरण के प्रति काफी सजग होने लगे हैं। वैज्ञानिक और रिसर्च इंस्टीट्यूट पर्यावरण में हो रहे प्रदूषण को रोकने और इसके दुष्प्रभावों को खत्म करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग पर्यावरण के इन्हीं बदलावों और सुधारों पर केंद्रित पाठ्यक्रम है।
Table of Contents
एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग क्या है? (Environmental Engineering Kya Hai)
इंजीनियरिंग की इस शाखा में पर्यावरण और उससे जुड़े मुद्दों पर काम किया जाता है। यह विज्ञान और इंजीनियरिंग का मिला-जुला रूप है। एनवॉयरमेंटल इंजीनियर पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में मददगार हैं। एनवॉयरमेंटल इंजीनियर मुख्यत: ग्लोबल वार्मिंग, ओजोन परत, अम्लीय वर्षा आदि के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए नई खोजों में जुटे रहते हैं और नई तकनीकों को अमल में लाकर स्वस्थ पर्यावरण के निर्माण में सहयोग करते हैं। ग्रीन बिल्डिंग, रूफ टॉप गार्डन और सिंचाई, वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट, रिफाइनरियों से निकलने वाली हानिकारक गैसों के उत्सर्जन में कमी लाने का प्रयास आदि कार्य भी ऐसे प्रोफेशनल करते हैं।
एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग के कोर्सेज (Environmental Engineering Courses)
एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग के लिए दो प्रकार के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं जो स्नातक पाठ्यक्रम और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम हैं। यदि उम्मीदवार स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए जाना चाहते हैं तो वह बीई/बीटेक में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं। दूसरी ओर, यदि कोई उम्मीदवार स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम करना चाहता है तो वह एमई / एमटेक प्रवेश में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकता है। बीई/बीटेक कार्यक्रम में प्रवेश जेईई मेन के माध्यम से किया जाता है, जबकि एमई/एमटेक में प्रवेश के लिए उम्मीदवार को गेट उत्तीर्ण होना चाहिए।
कोर्स का नाम | फीस | अवधि |
BE/BTech | 30,000-80,000 प्रति सेमेस्टर | 4 साल (8 सेमेस्टर) |
ME/MTech | 50,000-1,00,000 प्रति सेमेस्टर | 2 साल (4 सेमेस्टर) |
एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग के लिए पात्रता मानदण्ड (Environmental Engineering: Eligibility Criteria)
बीई / बीटेक और एमई / एमटेक में एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग प्रवेश के लिए आवेदन करने के लिए पात्रता मानदंड नीचे दी गई तालिका में देखा जा सकता है:
कोर्स का नाम | आवश्यक क्वालिफिकेशन | न्यूनतम आवश्यक अंक |
BE/BTech | किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से मुख्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित के साथ कक्षा 12 की परीक्षा उत्तीर्ण या उपस्थित होना। | न्यूनतम 60% अंक (सामान्य श्रेणी के लिए) और कुल 55% अंक (एससी / एसटी / ओबीसी के लिए) और जेईई मेन, जेईई एडवांस और राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा में एक अच्छा स्कोर। |
ME/MTech | पर्यावरण इंजीनियरिंग में बीई / बीटेक के अंतिम सेमेस्टर में उत्तीर्ण या उपस्थित होना। | कुल मिलाकर 60% अंक और गेट में अच्छा स्कोर |
BE/BTech एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग के विषय (BE/BTech Environmental Engineering Subjects)
एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम को व्यावहारिक प्रशिक्षण के साथ विषय का गहन ज्ञान प्रदान करने के लिए संरचित किया गया है। एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग को केमिकल इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग का एक उप-विभाग माना गया है। इसलिए छात्रों को सिविल और केमिकल इंजीनियरिंग के अनुभागों का भी अध्ययन करना होगा। इसके अलावा, उन्हें जीव विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान, भौतिकी और कार्बनिक रसायन विज्ञान के सिद्धांतों का अध्ययन करना होगा जो जैव विविधता, जलवायु परिवर्तन, मिट्टी के संरक्षण, भूजल आदि के सिद्धांत से संबंधित हैं। यहां हमने पाठ्यक्रम के बारे में विस्तृत विचार प्रदान करने का प्रयास किया है। तालिका के रूप में:
Semester 1&2 subjects
- Engineering maths 1 & 2
- Engineering physics
- Elements of civil engineering and engineering mechanics
- Elements of Mechanical engineering
- Basic electrical engineering
- Workshop practice
- Engineering physics lab
- Constitution of India and professional ethics
Semester 3 subjects
- Engineering mathematics 3
- Environmental chemistry 1
- Strength of material
- Surveying 1
- Fluid mechanics
- Environmental biology
- Environmental analysis laboratory 1
- Serving practice 1
Semester 4
- Engineering mathematics 4
- Surveying construction
- Environmental chemistry 2
- Elements of environmental protection
- Hydraulics and hydraulic machines
- Applied engineering geology
- Environmental analysis laboratory 2
- Fluid and hydraulic machinery lab
Semester 5
- Municipal solid waste management
- Origin and characterization of environmental pollution
- Water supply and distribution system
- Geotechnical engineering 1
- Hydrology and water resources engineering
- Water treatment engineering
- Design and drawing of environmental system 1
- Environmental process laboratory 1
Semester 6
- Management and entrepreneurship
- Environmental transport process
- Atmospheric environmental engineering
- Wastewater collection and drainage system
- Wastewater treatment engineering
- Elective 1 Group A (environmental biotechnology, Eco-friendly energy sources, Environmental system optimisation)
- Atmospheric environmental lab
- Environmental process lab 2
Semester 7
- Computer application in environmental engineering
- Ecology and environmental impact assessment
- Advanced wastewater treatment
- Estimation, Specification, and financial aspect of environmental facilities
- Elective 2 group B (Nuclear, Radioactive and Biomedical waste technology, Occupational Safety and Health, Operation and Maintenance of Environmental Facilities)
- Elective 3 Group C (Environmental aspects of Development Projects, Environmental Application of Remote Sensing and GIS, Geo-Environmental Engineering)
- Computer application lab
ME/MTech एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग के विषय (ME/MTech Environmental Engineering Subjects)
Semester 1
- Environmental Chemistry
- Microbiology and Ecology
- Advanced Water Treatment
- Program Elective-I
- Program Elective-II
- Environmental Engg. Lab-I
Semester 2
- Advanced Wastewater Treatment
- Environmental System Modeling
- Air Pollution and Control
- Program Elective-III
- Program Elective-IV
- Environmental Engg. Lab-II
Semester 3
MTech Dissertation
Semester 4
MTech Dissertation
एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग के शीर्ष कॉलेज एवं उनकी फीस (Environmental Engineering: Top Colleges and Fees)
पर्यावरण इंजीनियरिंग इंजीनियरिंग की एक लोकप्रिय शाखा है जो भारत के प्रतिष्ठित संस्थान प्रदान करते हैं। नीचे भारत में शीर्ष पर्यावरण इंजीनियरिंग कॉलेजों की सूची देखें।
Top Colleges | Fees |
IIT Madras | 5.31L – 8.19L |
IIT Delhi | 8.47L – 8.66L |
IIT Bombay | 8.33L – 15.21L |
IIT Kanpur | 8.38L |
IIT Kharagpur | 8.32L – 10.46L |
IIT Roorkee | 8.52L – 10.71L |
NIT Trichy | 5.63L |
IIIT Hyderabad | 8.93L |
NIT Surathkal | 5.53L |
एनवॉयरमेंटल इंजीनियर की जॉब प्रोफाइल (Job Profile of Environmental Engineers)
पर्यावरण इंजीनियरिंग में बीई / बीटेक या एमई / एमटेक डिग्री रखने वाले उम्मीदवारों के लिए पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं। उन्हें आकर्षक पैकेज के साथ-साथ अन्य लाभ जैसे एचआरए, प्रोत्साहन, यात्रा भत्ता, भोजन कूपन इत्यादि की पेशकश की जाती है। निम्नलिखित कुछ नौकरी भूमिकाएं हैं जो अभी मांग में हैं:
- Wasteland Ecologist
- Assistant Policy Specialist
- Safety Design Manager
- Environmental Engineer
- Field Chemist
- Air Quality Engineer
- Hydro-Geologist
- Waste Resource Manager Etc.
प्रारंभ में, पर्यावरण इंजीनियरों को प्रति वर्ष 3-4 लाख रुपये का वेतन मिलता है। लेकिन जैसे जैसे वह अनुभव बटोरता है उसका वेतन वर्षों के साथ बढ़ता जाता है। वरिष्ठ इंजीनियर INR 9-10 लाख प्रति वर्ष का वेतन प्राप्त कर सकते हैं।
एनवॉयरमेंटल इंजीनियर के लिए आवश्यक स्किल (Environmental Engineer: Skills Required)
- रिपोर्ट लिखने और व्याख्या करने में अच्छा
- डेटा एकत्र करने और विश्लेषण करने में अच्छा
- समस्या समाधान करने की कुशलताएं
- परियोजना की समय सीमा को पूरा करने में सक्षम
एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग के लिए शीर्ष कंपनियां (Environmental Engineering: Top Companies)
ऐसी प्रसिद्ध कंपनियां हैं जो पर्यावरण इंजीनियरों को नौकरी की भूमिका प्रदान करती हैं। कुछ पर्यावरण इंजीनियरिंग कंपनियों के नाम हैं:
- Enviro Analysts & Engineers Pvt. Ltd.
- Aquatech Systems Asia Pvt. Ltd.
- Doshion Ltd.
- Gujarat Enviro Protection & Infrastructure Ltd.
- Enviro Control Pvt. Ltd.
- Nalco Water India Ltd.
- Select Energy Systems Ltd.
- Paramount Ltd.
Environmental Engineering: FAQs
Ans.- पर्यावरण इंजीनियरों ने पर्यावरण को हानिकारक कचरे, बैक्टीरिया, रसायन आदि से बचाने के तरीकों का आविष्कार किया।
Ans.- पर्यावरण इंजीनियर की नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए, पर्यावरण इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
Ans.- पर्यावरण इंजीनियरिंग कार्य के उदाहरणों में बांधों का निर्माण, नगरपालिका जल आपूर्ति, कचरे के पुनर्चक्रण और पुन: उपयोग के लिए सिस्टम, अपशिष्ट जल उपचार सुविधाएं, फसलों की सिंचाई के लिए समुद्र के पानी को विलवणीकृत करने के लिए संयंत्र, वायु प्रदूषण को कम करने वाली रिफाइनरी आदि शामिल हैं।
Ans.- एक पर्यावरण इंजीनियर बनने के लिए आवश्यक कौशल-समस्या समाधान कौशल, पारस्परिक कौशल, पढ़ना, लिखना, प्रकृति के बारे में ज्ञान आदि हैं।
Ans.- पर्यावरण इंजीनियर के रूप में काम करने वाले शीर्ष देश यूके, यूएई, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस, डेनमार्क, स्विट्जरलैंड आदि हैं।
Ans.- पर्यावरण इंजीनियरिंग में सबसे अच्छे क्षेत्र सार्वजनिक स्वास्थ्य, विकिरण संरक्षण, भूमि प्रबंधन, औद्योगिक स्वच्छता, अपशिष्ट जल प्रबंधन, वायु प्रदूषण नियंत्रण आदि हैं।
Conclusion:-
तो दोस्तों कैसी लगी आपको हमारी आज की पोस्ट जिसमें हमने आपको एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग क्या है? (Environmental Engineering Kya Hai) के बारे में बताया है हमें उम्मीद है कि आपको हमारी पोस्ट पसंद आई होगी जिसमें आपको एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग क्या है? (Environmental Engineering Kya Hai) से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी मिली है।
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