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ओमीक्रॉन क्या है? (Omicron Kya Hai)

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Hello दोस्तों Welcome to RMPathshala.com आज के इस blog post में हम ओमीक्रॉन क्या है? (Omicron Kya Hai) | ओमीक्रॉन क्या होता है? (Omicron Kya Hota Hai),ओमीक्रॉन का वैरिएंट, टाइप्स ऑफ़ वैरिएंट, ओमीक्रॉन के लक्षण इत्यादि से रिलेटेड सारी जानकारी एकदम विस्तारपूर्वक एवं सरलता से देने वाले है, इसलिए कृपया इसे अंत तक पढ़े।

कोरोनावायरस के अल्फा, डेल्टा और गामा वैरीअंट के बाद अब एक नया वेरिएंट आ गया है, जिसका नाम ओमीक्रोन वैरीअंट है। साउथ अफ्रीका में पाए गए कोरोनावायरस के इस नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने दुनिया भर में भय का माहौल पैदा कर दिया है। इसे कोरोनावायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट से भी ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। यह कोरोनावायरस के डेल्टा वैरीअंट से 6 गुना ज्यादा संक्रामक है। अब तक इस यह वेरिएंट कुछ 23 देशों तक पहुंच चुका है, और तमाम कोशिशों के बाद भी फैल रहा है। 

ओमीक्रॉन क्या है? (Omicron Kya Hai)

कोरोनावायरस के इस नए वेरिएंट का नाम ओमिक्रोन है या फिर इसे SARS-CoV-2 Variant (B.1.1.529) के नाम से भी जाना जाता है। इसे पहली बार बोत्सवाना देश में डिस्कवर किया था। बोत्सवाना, अफ्रीका में स्थित एक देश है। लेकिन साउथ अफ्रीका के साइंटिस्ट ने पहली बार WHO को इसके बारे में 24 नवंबर 2021 को रिपोर्ट किया था। तब से लेकर इस वेरिएंट को ढेर सारी देशों में आइडेंटिफाई किया जा चुका है, यानी यह वैरीअंट बहुत सारे देशों में फैल चुका है। 26 नवंबर 2021 को डब्ल्यूएचओ ने कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट को Variant Of Concern का दर्जा दिया।

Omicron Kya Hai
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Types Of Variant

WHO कोविड-19 के वेरियंट्स को दो कैटेगरी में बांटता है।

  1. Variant of Interest
  2. Variant of Concern

Variant of Interest

वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट वायरस के कई वेरिएंट को शामिल किया गया है। यह वैसे वेरिएंट होते हैं, जिनमें अनुवांशिक परिवर्तन के बारे में जानकारी मिलती है। वायरस का यह वेरिएंट समय के साथ परिवर्तित होते रहते हैं या बदलाव से गुजरते हैं। इससे, इस प्रकार की वेरिएंट को आसानी से फैलने, टीकों से बचने, दवाई से बचने एवं सक्रिय रहने में मदद मिलती है।

WHO के मुताबिक, आज के समय कोविड-19 के दो वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट है :- 

WHO LabelPango Lineage*GISAID cladeNextstrain cladeEarliest documented samplesDate of designation
LambdaC.37GR/452Q.V121GPeru, Dec-202014-Jun-2021
MuB.1.621GH21HColombia, Jan-202130-Aug-2021

Variant of Concern

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट, वेरिएंट ऑफ कंसर्न बदल सकता है। इन्हें सबसे खतरनाक म्यूटंट्स माना गया है। यह वेरिएंट तेजी से फैलता है। इस वेरिएंट से दुनिया भर में लाखों लोगों की मौत हुई है। यह वेरिएंट तेजी से वैक्सीन के प्रभाव को कम करने में सक्षम है, यह व्यक्ति के इम्यूनिटी को भी कम कर देता है।

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, आज के समय में कोविड-19 के पांच वैरीअंट ऑफ कंसर्न है :-

WHO labelPango lineage*GISAID cladeNextstrain cladeAdditional amino acid changes monitored*Earliest documented samplesDate of designation
AlphaB.1.1.7GRY20I(V1)+S:484K
+S:452R
United Kingdom, Sep-202018-Dec-2020
BetaB.1.351GH/501Y.V220H(V2)+S:L18FSouth Africa, May-202018-Dec-2020
GammaP.1GR/501Y.V320J(V3)+S:681HBrazil, Nov-202011-Jan-2021
DeltaB.1.617.2G/478K.V121A, 21I, 21J+S:417N
+S:484K
India, Oct-2020VOI: 4-Apr-2021
VOC: 11-May-2021
Omicron*B.1.1.529GR/484A21KMultiple Countries, Nov-2021VUM: 24-Nov-2021
VOC: 26-Nov-2021

ओमीक्रोन क्या होता है : लक्षण (Omicron Kya Hota Hai : Symptoms)

बीबीसी एक रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर एंजेलिके कोएट्जी ने दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले ओमिक्रोन वेरिएंट की पहचान की है, और वे दक्षिण अफ्रीकी मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष भी हैं। एएफपी से बातचीत के दौरान उनका कहना था कि सबसे पहले उन्होंने 30 वर्षीय युवक इसके लक्षण देखें। उसी वक्त में यह सारे लक्षण थे :-

  • बहुत ज्यादा थकान
  • हल्का सिर दर्द
  • पूरे शरीर में दर्द
  • गले में खराश
  • सूखी खांसी

दक्षिण अफ्रीका के डॉक्टर्स ने ओमिक्रोन से संक्रमित मरीजों में अत्यधिक थकान, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश और सूखी खांसी जैसे लक्षणों पर गौर किया। वहीं कुछ मरीजों का शारीरिक तापमान (बॉडी टेंपरेचर) भी थोड़ा ज्यादा था। हालांकि डॉक्टर्स ने मरीजों के एक छोटे से समूह को देखने के बाद इन लक्षणों को बताया है। आने वाले समय में ओमिक्रोन से संक्रमित अधिकांश मरीजों में ऐसे लक्षण नजर आते हैं कि नहीं इस बारे में स्पष्ट दावा नहीं किया जा सकता है।

ओमिक्रोन में वैक्सीन का महत्त्व

ओमिक्रोन वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 30 से अधिक म्यूटेशन है। इनमें से दस म्यूटेंट को रिसेप्टर-बाइंडिंग डोमेन या स्पाइक प्रोटीन के आरबीडी में देखा गया है। आरडीडी स्पाइक प्रोटीन का वह हिस्सा है जो मानव कोशिका से जुड़ता है। एक अत्यधिक उत्परिवर्तन आरबीडी शरीर की प्रतिरक्षा ओमिक्रोन प्रकार को बिना नष्ट किए ले जा सकता है, क्योंकि किसके म्यूटेशन को लेकर वह पहले से अलर्ट नहीं है।

हालांकि, स्पाइक प्रोटीन कोरोनावायरस का एकमात्र हिस्सा नहीं है जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली पहचानती है। एंटीबॉडी, टी कोशिकाएं और विशिष्ट कोशिकाएं जो पिछले संक्रमण या टीकाकरण के बाद शरीर में विकसित होती है और पुराने वायरस को याद रखने में सक्षम होती है। फिर भी एक उत्परिवर्तित कोरोनावायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर सकती हैं। ऐसी स्थिति में यह ओमिक्रोन वेरिएंट पर भी काम करेगा।

क्या ओमिक्रोन वेरिएंट घातक है

ओमिक्रोन वेरिएंट में 50 से ज्यादा म्यूटेशन देखे गए है। लेकिन राहत की बात बस यही है कि अभी तक दुनिया में ओमिक्रोन के सभी मामले माइल्ड किस्म के मिले हैं। इसकी चपेट में आए किसी भी मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी है। चपेट में आए लोगों में सामान्य रूप से बदन दर्द की शिकायत देखने को मिल रही है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका मेडिकल एसोसिएशन की प्रमुख डॉक्टर एंजेलिके कोएट्जी ने बताया कि कोरोनावायरस का यह वेरिएंट, डेल्टा वेरिएंट से बहुत अलग है। जिन मरीजों का उन्होंने इलाज किया, उनमें गंध, स्वाद नहीं आने या ऑक्सीजन स्तर का कम होना जैसी कोई शिकायतें नहीं पाई गई है।

ओमिक्रोन में डब्ल्यूएचओ के सुझाव

  • दूसरे व्यक्तियों से कम से कम 1 मीटर की शारीरिक दूरी बनाएं,
  • सार्वजनिक स्थानों पर मास्क अवश्य पहने,
  • वेंटिलेशन के लिए खिड़कियां खुली रखें,
  • भीड़ भाड़ वाली जगह से बचें,
  • खराब हवा वाली जगह से बचे,
  • अपने हाथों को स्वच्छ रखें,
  • वैक्सीन अवश्य लगवाएं।

ओमिक्रोन में चलते नए travel Restrictions

देश में कमजोर होती महामारी के बीच सरकार कोई जोखिम नहीं ले सकती। लिहाजा 15 दिसंबर से रेगुलर इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू करने की योजना पर ब्रेक लग गया है। केंद्र ने इंटरनेशनल ट्रैवलर्स के लिए नए गाइडलाइंस जारी किए हैं। साथ ही कई राज्य घरेलू यात्राओं के लिए भी नियमो को सख्त कर दिए है।

ओमी क्रोन वैरीअंट को लेकर चिंता के बीच केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि इंटरनेशनल फ्लाइट से आने जाने वाले यात्रियों पर कड़ी नजर रखी जाए। इसके साथ ही केंद्र सरकार में कोरोनावायरस के मद्देनजर लागू की गई देशव्यापी पाबंदियों को 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया है। कुछ राज्यों ने ओमिक्रोन के खतरे से निपटने के लिए रोकथाम के लिए कुछ नए आदेश जारी किए हैं।

विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए केंद्र सरकार की नई गाइडलाइंस

  • ऐसे यात्रियों को एयर सुविधा पोर्टल पर सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म सबमिट करना होगा। इसके साथ ही, यात्रा की तिथि से 72 घंटे पहले का आरटी-पीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट को पोर्टल पर अपलोड करना होगा। यात्रियों को यह डिक्लेरेशन भी जमा करना होगा कि रिपोर्ट विश्वसनीय है। इसके अलावा उन्हें आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना होगा।
  • एयरलाइंस को इन सभी शर्तों का पालन सुनिश्चित कराना होगा।

विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए नियम

  • थर्मल स्क्रीनिंग और सेल्फ डिक्लेरेशन की कॉपी
  • जोखिम वाले देशों से या वहां से होकर आने वाले यात्रियों के लिए अराइवल के बाद आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य है। टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उन्हें मूवमेंट की इजाजत होगी। हालांकि, नेगेटिव रिपोर्ट के बाद भी उन्हें 7 दिनों के लिए क्वारेंटाइन रहना होगा। आठवें दिन फिर टेस्ट होगा, अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो सैंपल को जीनोम सिक्वेंस के लिए भेजा जाएगा।
  • बिना जोखिम वाले देशों से आने वाले कम से कम 2 प्रतिशत यात्रियों का रैंडम आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा। ऐसे देशों से आने वाले यात्रियों को घर पर 14 दिनों के लिए सेल्फ-मॉनिटरिंग की सलाह दी जाएगी, यानी उन्हें अगर किसी तरह के लक्षण महसूस होते हैं तो तुरंत अथॉरिटी को जानकारी दें।
  • बंदरगाहों या लैंडपोर्ट पर आने वाले इंटरनेशनल ट्रैवलर्स के लिए भी यही नियम है।
  • 5 साल से कम उम्र के बच्चों को आने या जाने के बाद आरटी-पीसीआर टेस्ट से छूट दी गई है। हालांकि, अगर उनमें लक्षण मिले तो टेस्ट, ट्रीटमेंट समेत स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स को फॉलो किया जाएगा।

बचाव के लिए सावधानियां

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों में सतर्कता बढ़ाने और जन स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने को कहा है। डब्ल्यूएचओ ने शादी या अन्य समारोहों, उत्सवो और भीड़ वाले आयोजनों में सभी एहतियाती उपाय करने की सलाह दी है।

उन्होंने चेताया है कि सुरक्षात्मक कदम कितने जल्दी लागू किए जाएंगे, देशों को उतने ही कम प्रतिबंध लागू करने होंगे। कोविड जितना फैलेगा, वायरस को उतना ही म्यूटेट होने यानी स्वरूप बदलने का अवसर मिलेगा और यह महामारी उतने ही ज्यादा दिनों तक बनी रहेगी।

डब्ल्यूएचओ के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की निदेशक डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह का कहना है कि हमें किसी भी कीमत पर लापरवाही नहीं करनी है। उन्होंने कहा है कि संक्रमण को रोकने के लिए व्यापक और जरूरत के अनुसार सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं और सामाजिक उपाय जारी रखने चाहिए।

Must Read :-

  1. न्यूट्रॉफिल क्या है (click here for read)
  2. यूरिक एसिड क्या है (click here for read)
  3. आर्ट्स में कौन-कौन सी जॉब होती है (click here for read)

Conclusion :-

तो दोस्तों कैसी लगी आपको हमारी आज की पोस्ट जिसमें हमने आपको ओमीक्रॉन क्या है? (Omicron Kya Hai) के बारे में बताया है हमें उम्मीद है कि आपको हमारी पोस्ट पसंद आई होगी जिसमें आपको ओमीक्रॉन क्या होता है? (Omicron Kya Hota Hai) से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी मिली है।

अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई है तो कमेंट करके जरूर बताएं। और इसके साथ ही इस पोस्ट को शेयर जरूर करें ताकि दूसरे लोगों को भी जानकारी मिले कि ओमीक्रॉन क्या है? (Omicron Kya Hai).

2 thoughts on “ओमीक्रॉन क्या है? (Omicron Kya Hai)”

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