Sela Tunnel: सेला टनल भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो कि कूटनीतिक और सुरक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान के रूप में प्रमुख है। इस प्रोजेक्ट की विशेषता और लाभों का विस्तृत अध्ययन हमें इसके महत्व को समझने में मदद कर सकता है।
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सेला टनल का महत्व
इस टनल का निर्माण भारत के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह टनल अरुणाचल प्रदेश में स्थित है और इसे तवांग और कमिंग जिलों को जोड़ने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्घाटन सर्वोच्च स्थान पर होने के नाते, इसे विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है।
सेला टनल के विशेषताएँ
यह टनल दुनिया की सबसे ऊंची सुरंगों में से एक है, जिसकी ऊँचाई 13,500 फुट से भी अधिक है। इसका मुख्य लक्ष्य भारतीय सेना और आम लोगों को तवांग जैसे कठिन पहाड़ी क्षेत्रों तक पहुंचने में सहायता प्रदान करना है।
ऊँचाई | 13,500 फुट |
स्थित | अरुणाचल प्रदेश |
कुल लंबाई | 11.84 किलोमीटर |
उद्घाटन | PM नरेंद्र मोदी |
Telegram | RM पाठशाला |
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टनल की लंबाई और लाभ
सेला टनल की कुल लंबाई 11.84 किलोमीटर है, जिसमें टनल और सड़कें शामिल हैं। इस योजना के तहत दो अलग-अलग टनल हैं, जो दोनों ज़ोनों को जोड़ते हैं।
सेला टनल का उद्घाटन सड़क और यातायात को अधिक सुरक्षित बनाने के साथ-साथ, राज्य के गड्ढों को भी कम करेगा। यह टनल पूरे वर्ष खुला रहेगा और अप्रिय आबोहवा में भी यात्रा को सुविधाजनक बनाएगा।