Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

Vegan Kya Hai | Vegan Diet Kya Hai | Vegan Food

Rate this post

आज के इस पोस्ट में आप Vegan Kya Hai, Vegan Diet Kya Hai एवं इसके फायदे एवं नुकसान के बारे में जानेंगे। इस पोस्ट में Vegan डाइट के बारे में बहुत ही विस्तार एवं सरलता पूर्वक बताया गया है तो कृप्या इसे अंत तक पढ़े।

Vegan Kya Hai | Vegan Diet Kya Hai | Vegan Food
Vegan Kya Hai | Vegan Diet Kya Hai | Vegan Food
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Vegan Kya Hai

Vegan एक प्रकार के डाइट है, जो आजकल काफी चर्चा में है। इस डाइट में लोग अंडा मांस साहब दूध डेरी प्रोडक्ट नहीं लेते हैं। यह वेजिटेरियन लाइफस्टाइल जीने का एक तरीका है, लेकिन ये वेजेटरीन डाइट से काफी अलग है। इसमें फल, सब्जियां, होल ग्रेन्स, दाल, नट्स और सीड्स खाया जाता है। इस डाइट में कच्चे फूड्स खाने पर ज्यादा फोकस होता है। जिसमे फैट काफी कम मात्रा में होता है। कम फैट और हाई कार्बोहाइड्रेड वाले वेजिटेरियन फूड खाएं जाते है। Vegan डाइट को नॉर्मल डाइट की तरह ही किया जाता है और ये वजन कम करने में भी मदद करती है। किस समय क्या खाना है। सब पहले से ही तय होता है और उसी मुताबिक आपको अपना शेड्यूल तय करना होता है।

लोग नैतिकता और पर्यावरण के लिए ऐसी डाइट को अपनाते हैं। वो किसी भी पशु उत्पाद का उपयोग नहीं करके प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने की कोशिश करते हैं। कुछ लोग ऐसा इसीलिए करते हैं कि क्यों अपने स्वार्थ के लिए किसी जानवर को मारना नहीं चाहते है।

वीगन डाइट में फलीदार पौधे, अनाज और बीज शामिल होते हैं। इसके अलावा फल, सब्जियां और वह सब कुछ शामिल है, जो पौधों द्वारा उत्पादित होते हैं। जैसे- नट्स और ड्राई फ्रूट्स। शाकाहारी आहार में लोग स्वस्थ रहने के लिए अपने आहार में सभी प्रकार के आहारों को शामिल करते है, जो प्रोटीन और पोषक तत्वों की अधिकतम मात्रा में हैं।

इस शाकाहारी डाइट में स्वस्थ रहने के लिए लोग अपने आहार में सभी प्रकार के आहार, प्रोटीन और पोषक तत्वों की अधिकतम मात्रा शामिल करने का प्रयास करते है। लेकिन इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है की यह डाइट बेस्ट है। इससे पहले की आप नियमित डाइट को छोड़ Vegan डाइट अपना ले हम आपको बता रहे है इसके गुण और दोष के बारे में ताकि आपको फैसला करने में आसानी हो सके।

Vegan Diet Chart/ Vegan Food

अपने Vegan आहार को बनाने की तैयारी के दौरान सही सामग्रियों का चुनाव करना जरूरी है ताकि आपको उचित पोषण प्राप्त करने में मदद मिल सके। यहां हम आपको कुछ चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके आहार का हिस्सा होना चाहिए।

  • प्रोटीन के लिए : सभी प्रकार के दाल जैसे – अरहर दाल, काला चना, उड़द दाल, छिलके वाली मूंग दाल और बिना छिलके वाली मूंग दाल, बेसन। सभी प्रकार के फलियां जैसे – राजमा, छोले, सोयाबीन, लोबिया, टोपू आदि
  • प्रोटीन सप्लीमेंट के लिए : सोया प्रोटीन, मटर पाउडर प्रोटीन
  • डायरी उत्पाद के बदले : बादाम का दूध, सोया मिल्क, मेवों से बनने वाला मक्खन जैसे – मूंगफली का मक्खन (पीनट बटर), बादाम मक्खन आदि।
  • वसा के लिए : सभी पौधे आधारित तेल जैसे – बादाम का तेल, जैतून का तेल, अलसी का तेल, तिल का तेल, सूरजमुखी का तेल, मेवे जैसे – बादाम, अखरोट, चिलगोजा, पिस्ता और बीज जैसे – सूरजमुखी का बीज, कद्दू का बीज, खसखस आदि।
  • कैल्शियम के लिए : हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे – ब्रोकली, पत्तागोभी, भिंडी, बाजरा (रागी), फोर्टीफाइड बिना शक्कर वाला सोयामिल्क, कैल्शियम-सेट तोफू, तिल, ताहिनी (तिल से बना), सूखे मेवे जैसे – किसमिस, सूखा आलुभुखारा, अंजीर और सुखी खुबानी, और कैल्शियम-फोर्टीफाइड सीरियल और फलों का जूस
  • विटामिन डी के लिए : सूरज की रोशनी के संपर्क में रहना, फोर्टीफाइड फैट स्प्रेड, ब्रेकफास्ट सीरियल्स, बिना शक्कर वाला सोया मिल्क और फलों का जूस ( विटामिन डी के साथ)
  • विटामिन बी 12 के लिए : विटामिन बी 12 फोर्टीफाइड भोजन जैसे की ब्रेकफास्ट सीरियल, फ्रूट जूस, सोया मिल्क और पोषण से भरपूर खमीर
  • आयरन के लिए : दाल, सबूत अनाज से बनी ब्रेड और आटा, आयरन से फोर्टीफाइड ब्रेकफास्ट सीरियल, गहरी हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे – पालक, चोलाई का साग, ब्रोकली और हरा प्याज, सूखे मेवे जैसे – खुबानी, सूखा आलूबुखारा, खजूर और अंजीर। खाना पकाने के लिए लोहे के बर्तनों का उपयोग करें।
  • ओमेगा 3 के लिए : अलसी का तेल, सफेद सरसो का तेल, सोयाबीन का तेल और सोया आधारित खाद्य पदार्थ जैसे – तोफू और अखरोट।
  • अन्य पोषक तत्वों के लिए : आप सभी तरह के सीरियल्स का सेवन कर सकते है जैसे – साबुत अनाज, चपाती, चावल, नूडल, पास्ता, पीटा ब्रेड, रंगीन और रसदार फल जैसे – सेब, पपीता, तरबूज, अनार, कीवी, अंगूर और नींबू आदि; सभी सब्जियों जैसे आलू, गाजर, बैगन, मूली, पत्तागोभी, फूलगोभी, कद्दू, पालक, हरी मटर, बीन्स, लौकी आदि।

ये खाद्य पदार्थ आपको अच्छी मात्रा में कार्बोहाइड्रेड, विटामिन, मिनरल्स, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करेंगे।

Vegan और Vegetarian में अंतर

दोनों डाइट के बीच सबसे बड़ा फर्क यही है की Vegan फॉलो करने वाले डेयरी पदार्थ का सेवन नहीं करते। शाकाहारी लोग शहद, अंडे, सभी प्रकार की सब्जियां खा सकते हैं, लेकिन Vegan डाइट में इनमे से कुछ भी खाया जाता। मांस या समुद्री भोजन भी नही। Vegan फॉलो करने वाले लोग ऐसी किसी भी चीज का सेवन नही करते है जो पर्यावरण या जानवरों के अस्तित्व के लिए खतरा हो।

Vegan Diet के फायदे

  1. यदि संतुलित आहार लिया जाए तो पोषक तत्व पूरे मिलते हैं।
  2. गठिया, कैंसर, हृदय संबंधी रोग होने की संभावना कम होती है।
  3. विटामिन बी-12 जिसकी आमतौर पर लोगों में कमी होती है, और माना जाता है कि यह केवल मांस-मछली में होता है, यदि संतुलित Vegan डाइट फॉलो करें, तो इसकी कमी भी पूरी हो सकती है। सोयाबीन, तोफू में  विटामिन बी-12 प्रचुर मात्रा में होता है।
  4. यह डाइट शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करती है और किडनी की कार्य क्षमता को बढ़ाती है।
  5. मिनरल्स की पूर्ति में Vegan डाइट सक्षम है।
  6. Vegan डाइट के बहाने हरी सब्जियां और फल हमारे डाइट में शामिल होते हैं। जिससे हमारे शरीर को अनेक फायदे होते हैं।
  7. Vegan डाइट वजन कम करने में मददगार है। इसमें प्रोटीन व आयरन होता है, जो शरीर की ऊर्जा स्तर के साथ-साथ शरीर को मजबूती देता है। इस डाइट का संतुलित और नियमित पालन आपको थकावट से कोसों दूर रखता है।
  8. यह डाइट अपनाने से आपका पाचन तंत्र मजबूत होता है। इस डाइट में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है, जो खाना को आसानी से पचाने में सहायक होता है।
  9. जब आपका शरीर स्वस्थ होगा, तो जाहिर है नींद भी अच्छी आएगी।

Vegan Diet के नुकसान

  1. इसमें पोषक तत्व तो पूरे होते हैं, लेकिन यदि उनकी क्वालिटी लो हो, तो कई नुकसान भी हो सकते हैं।
  2. हालांकि दाल, सोयाबीन, बीन्स Vegan डायट में प्रोटीन के अच्छे स्रोत है, लेकिन इनमें अमीनो एसिड की पूरी मात्रा नहीं होती है। क्वालिटी भी थोड़ी कम अच्छी होती है। जिससे हमें पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिल पाता और शरीर में प्रोटीन की कमी हो सकती है।
  3. Vegan डाइट का लाभ तभी मिलता है, जब हम एक संतुलित, सुनियोजित डाइट प्लान फॉलो करते हैं, वरना हमारे शरीर में विटामिंस और मिनरल्स की कमी हो सकती है।
  4. पशु स्रोतों से प्राप्त दूध, अंडे, चिकन में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होते हैं, और हम एकदम से Vegan डाइट लेना शुरू कर देते हैं, तो भी शरीर पर इसका उल्टा असर पड़ सकता है।
  5. अक्सर देखा गया है कि सही जानकारी के अभाव में Vegan डाइट अपनाने वालों में विटामिन बी-12, फॉलेट की कमी हो जाती है।
  6. आयरन जिंक की कमी हो सकती हैं। कई बार सप्लीमेंट्स भी लेने पड़ते हैं।

तो दोस्तो कैसी लगी आपको हमारी आज की पोस्ट जिसमें हमने आपको Vegan Kya Hai, Vegan Diet Kya Hai के बारे में बताया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारी पोस्ट आई होगी जिसमें आपको Vegan डाइट से जुड़ी हर छोटी-बडी जानकारी मिली है।

अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई तो कमेंट बॉक्स करके जरूर बताएं। और उसके साथ ही इस पोस्ट को शेयर जरूर करें ताकि दूसरे लोगों को भी जानकारी मिलेगी की Vegan Kya Hai, Vegan Diet Kya Hai.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *