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माइनिंग इंजीनियर कैसे बने (Mining Engineer Kaise Bane)

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माइनिंग इंजीनियर कैसे बने (Mining Engineer Kaise Bane) | माइनिंग सरदार कैसे बने :-

दोस्तों आज के इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको माइनिंग इंजीनियर कैसे बने (How To Become A Mining Engineer) यानी कि माइनिंग सरदार कैसे बने (Mining Sardar Kaise Bane) इस टॉपिक से संबंधित पूरी जानकारी देंगे। इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से हम आपको माइनिंग, एवं इससे जुड़ी हर प्रकार की तथ्यों की जानकारी देंगे। इस पोस्ट के माध्यम से आपको माइनिंग इंजीनियरिंग से जुड़ी संपूर्ण एवं सटीक जानकारी मिलेगी। आप ब्लॉग को लगातार पढ़ते रहिए, इस पोस्ट में आपको इस टॉपिक से जुड़ी सारे सवालों के जवाब मिल जायेंगे।

  • आज के इस ब्लॉग में हम माइनिंग इंजीनियरिंग यानी कि माइनिंग कोर्स क्या है के बारे में बताने वाले है, क्योंकि माइनिंग इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग के सबसे पुराने माध्यम में से एक है।
  • जो ऐसी टेक्नालॉजिस के साथ काम करती है जो की पृथ्वी में मौजूद खनिज की पहचान करने में एक खनन के माध्यम उसे एक्सट्रैक्ट करने का काम करती हैं।
  • यह इंजीनियरिंग का ऐसा फील्ड है जो देश के इकॉनमी में सीधा योगदान करता है और एक माइनिंग इंजीनियर पृथ्वी से minerals extract करने के लिए जिम्मेदार होता है, साथ ही वे माइंस के डेवलपमेंट प्रक्रिया को भी सही से चलाना माइनिंग इंजीनियर के दायित्वों में शामिल होता है।
  • इस दौरान उन्हें सुरक्षा के मापदंडों का भी पूरा-पूरा ध्यान रखना होता है।
  • इंडिया में माइनिंग और जियोलॉजिकल इंजीनियर की जॉब्स में भी काफी वृद्धि देखी गई है।
  • अगर आप भी माइनिंग इंजीनियर बनने के लिए इच्छुक है, तो आज का यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगा।
How To Become A Mining Engineer :-इस पोस्ट में हम माइनिंग इंजीनियरिंग से जुडी सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है
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माइनिंग क्या है? (What is Mining)

माइनिंग का अर्थ खनन यानी खुदाई होता है, माइनिंग में earth के सतह से कीमती खनिजों या अन्य भौगोलिक सामग्रियों का निष्कर्षण किया जाता है। माइनिंग में कोयला, हीरा, सोना, चांदी, प्लेटिनम, तांबा, टीन और लोहे जैसी मेटल्स एवं मिनरल्स का आर्थिक हित के हिसाब से खनन किया जाता है।

माइनिंग इंजीनियरिंग क्या है? (What is Mining Engineering) | Mining Engineer Kaise Bane

माइनिंग सरदार कैसे बने :- आज के इस दौर में माइनिंग इंजीनियर की डिमांड में काफी वृद्धि हुई है क्योंकि वर्तमान में, हमारे देश भारत में ईंधन की खपत लगातार बढ़ रही हैं और ईंधन को पृथ्वी के अन्दर से केवल माइनिंग करके ही निकला जा सकता है।

माइनिंग कितने प्रकार के होते है (Types of Mining)

हमारे देश में खदान मुख्यत दो प्रकार के होते है – भूमिगत खदान (Underground Mines) और ओपनकास्ट खदान (Opencast Mines)

भूमिगत खदान (Underground Mines) में खनिज (Mineral), विभिन्न प्रदार्थों के अयस्क (Ore) एवं कोयला (Coal) मिलता है, जिन्हे माइनिंग करके निकला जाता है। अंडरग्राउंड माइनिंग के माध्यम से सोना  एवं कोयला की भी माइनिंग की जाती है।

ओपनकास्ट माइनिंग (Opencast Mining) के द्वारा मुख्यत कोयला का ही खनन किया जाता है लेकिन इसके अलावा ओपनकास्ट माइनिंग मैथड से लोहा (Iron), लाइमस्टोन (Limestone), मेगनीज (Maganese) इत्यादि का भी खनन किया जाता है।

Mining कोर्स का सिलेबस | माइनिंग कोर्स क्या है (Syllabus of Mining Course)

  • माइनिंग इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए स्टूडेंट्स को सबसे पहले किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम से पास करना अनिवार्य है।
  • इसके बाद स्टूडेंट्स माइनिंग ब्रांच से डिप्लोमा (Diploma), बीटेक(B.Tech) या बीई (BE) का कोर्स कर सकते हैं।
  • माइनिंग के इस कोर्स अंदर स्टूडेंट्स को ड्रिलिंग (Drilling), ब्लास्टिंग (Blasting), माइनिंग जियोलॉजी (Mining Geology), माइनिंग टेक्नोलॉजी (Mining Technology), माइन सर्वेइंग (Mine Surveying), माइनिंग मशीनरी (Mining Machinery), एनवायरनमेंटल स्ट्डीज (Environmental Studies), रॉक इंजीनियरिंग एंड ग्राउंड कंट्रोल (Rock Engineering and Ground Control), माइन वेंटिलेशन (माइन Ventilation), इंजीनियरिंग मैकेनिक्स (Engineering Mechanics), ओपनकास्ट माइनिंग (Opencast Mining), इकोनॉमिक एंड फील्ड जियोलॉजी (Economic and Field Geology), अंडरग्राउंड माइनिंग (Underground Mining) नॉन -कॉल माइनिंग (Non-Coal Mining), माइन एनवायरनमेंट सेफ्टी एंड इंजीनियरिंग (Mine Environment and Safety Engineering), माइन मैनेजमेंट (Mine Management), माइन मिनरल एंड इकोनॉमिक्स (Mine Mineral and Economics), माइन प्लानिंग (Mine Planning), कंप्यूटर एप्लीकेशन (Computer Application) एवं इंडस्ट्रियल मैनेजमेंट (Industrial Management) विषयों से संबंधित जानकारी दी जाती है।

Mining इंजीनियरिंग के प्रचलित कोर्स (Popular Courses of mining engineering)

  1. डिप्लोमा इन माइनिंग इंजीनियरिंग (Diploma in Mining Engineering)
  2. बीटेक इन माइनिंग इंजीनियरिंग (B.Tech in Mining Engineering)

डिप्लोमा इन माइनिंग इंजीनियरिंग (Diploma in Mining Engineering)

डिप्लोमा इन माइनिंग इंजीनियरिंग एक डिप्लोमा लेवल की प्रोफेशनल डिग्री है जो आपको खनन के क्षेत्र में डिप्लोमा की डिग्री प्रदान करता है। यह कोर्स 3 साल की अवधि का होता है दसवीं कक्षा पास करने के बाद स्टूडेंट्स माइनिंग इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने का विकल्प चुन सकते हैं।

माइनिंग इंजीनियरिंग करने वाले स्टूडेंट्स डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग कोर्स को बहुत पसंद करते हैं। डिप्लोमा इन माइनिंग इंजीनियरिंग कंप्लीट करने के बाद आपको बड़ी-बड़ी कंपनियां जैसे सीसीएल, बीसीसीएल, ईसीएल, हिंडालको अपने यहां इंटर्नशिप प्रोग्राम के अलावा माइनिंग सरदार, माइनिंग ओवरमैन, माइनिंग फोरमैन और अन्य कई पदों पर जॉब के लिए नियुक्ति करती रहती हैं।

मुख्य रूप से इस कोर्स के माध्यम से स्टूडेंट्स को खनिज पदार्थों की संभावनाओं का पता लगाना, उसके सैंपल्स को कलेक्ट करना, अंडरग्राउंड खदानों का विस्तार और डेवलपमेंट करना, खनिजों को रिफाइन करना, आदि के बारे में बताया जाता है।

बीटेक इन माइनिंग इंजीनियरिंग (B.Tech in Mining Engineering)

बीटेक इन माइनिंग इंजीनियरिंग ग्रेजुएशन लेवल की एक प्रोफेशनल डिग्री है, जो आपको खनन के क्षेत्र में ग्रेजुएट होने की डिग्री प्रदान करता है।

यह कोर्स 4 साल की अवधि का होता है। 12वीं कक्षा पास करने के बाद स्टूडेंट्स माइनिंग इंजीनियरिंग में स्नातक करने का विकल्प चुन सकते हैं। माइनिंग इंजीनियरिंग करने वाले स्टूडेंट्स बीटेक इन माइनिंग इंजीनियरिंग कोर्स को बहुत पसंद करते हैं।

बीटेक इन माइनिंग इंजीनियरिंग कंप्लीट करने के बाद आपको बड़ी-बड़ी कंपनियां जैसे सीसीएल, बीसीसीएल, ईसीएल, हिडल्को अपने इंटर्नशिप प्रोग्राम के अलावा माइनिंग सरदार, माइनिंग ओवरमैन, माइनिंग फोरमैन, सेकंड क्लास मैनेजर और अन्य कई पदों पर जॉब के लिए नियुक्ति करती रहती है।

मुख्य रूप से इस कोर्स के माध्यम से उम्मीदवार को खनिज पदार्थों की संभावनाओं का पता लगाना, उसके सैंपल्स को कलेक्ट करना, अंडरग्राउंड खदानों का विस्तार और डेवलपमेंट करना, खनिजों को रिफाइन करना, आदि के बारे में बताया जाता है। 

माइनिंग इंजीनियरिंग करने के बाद अवसर (Opportunities after completing mining engineering)

माइनिंग इंजीनियरिंग कोर्स करने के बाद रोजगार के बहुत सारे अवसर उपलब्ध हो जाते हैं जैसे कि माइनिंग इंजीनियरिंग कोर्स करने के बाद आप कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India Limited), स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited), आईबीपी लिमिटेड (IBP Limited), आईपीसीएल (IPCL), नवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन (Neyveli Lignite Corporation), यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Uranium Corporation of India), टाटा कोलफील्ड्स (Tata Coalfields) इत्यादि जैसे बहुत सारे कंपनियों में रोजगार पा सकते हैं।

भारत के प्रमुख माइनिंग इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट (Top Mining Engineering institute of India)

  • IIT (Indian institute of Technology) Kharagpur
  • IIEST (Indian Institute of Engineering Science and Technology)
  • College of Engineering, Guindy
  • NIT (National Institute of Technology) Surathkal Karnataka
  • VNIT (Visvesvaraya National Institute of Technology) Nagpur
  • IIT (Indian Institute of Technology) BHU (Banaras Hindu University)
  • MBM Engineering College, Jodhpur
  • Acharya Institute of Technology, Bangalore
  • NIT (National Institute of Technology), Rourkela
  • Aditya Engineering College, Surampalem
  • Government Polytechnic, Nagpur
  • NIT (National Institute of Technology), Raipur
  • Savitribai Phule Pune University, Pune
  • The Institute of Engineers India, Kolkata
  • Goa College of Engineering, Farmagudi
  • BIT Sindri, Dhanbad
  • IIT Dhanbad – Indian Institute of Technology Indian School of Mines
  • Annamalai University, Anamalai Nagar
  • Adarsha College of Engineering, Angul
  • RTMNU Nagpur – Rashtrasant Tukadoji Maharaj Nagpur University

Mining Engineering करने के बाद कौन-कौन सी कंपनियां नौकरी देती है?

Mining Engineering कंप्लीट करने के बाद कोल इंडिया (Coal India Limited), स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited), आईबीपी लिमिटेड (IPB Limited), आईपीसीएल (IPCL), नवेली लिग्नाइट कॉरपोरेशन (Neyveli Lignite Corporation), यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Uranium Corporation of India), टाटा स्टील (Tata Steel), रियो टिंटो (Rio Tinto), वाइजैक स्टील (Vizag Steel), मोनेट इस्पात, वेदांता (Vedanta), एचसीएल इलेक्ट्रॉनिक्स (HCL Electronics), द इंडियन ब्यूरो ऑफ माइंस (The Indian Bureau of Mines), जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (Geological Survey of India), नाल्को (Nalco), अदानी प्राइवेट माइनिंग लिमिटेड (Adani Private Mining Limited), हिंडालको (Hindalco), इत्यादि जैसी कंपनियां नौकरियां प्रोवाइड कराती है।

माइनिंग इंजीनियर का वेतन (Salary of Mining Engineer)

Mining Engineer बनने के बाद कैंडिडेट एक किसी भी माइनिंग कंपनी के जॉब में शुरुआत शुरुआत में 4 लाख से 5 लाख सालाना कमा सकते हैं एवं जैसे-जैसे इस क्षेत्र में पुराने होते जाते हैं वैसे ही इस क्षेत्र में उनकी एक्सपीरियंस एवं इनकम दोनों ही बढ़ती रहेगी। इसके अलावा आप जॉब के साथ रिसर्च यानी पीएचडी कर रहे हैं तो यह आपकी इनकम को और भी ज्यादा बढ़ा देगी।

Mining Engineer बनने के लिए इन स्टिल्स का होना आवश्यक है?

  • कैंडिडेट्स के मन में माइन्स या खदानों में काम करने की रुचि होनी चाहिए
  • Candidates को मेहनत करने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
  • कैंडिडेट्स के अंदर अच्छी लीडरशिप स्किल का होना आवश्यक है और साथी श्रमिकों से काम करवाने की कला भी होनी चाहिए।
  • खदान की चैलेंजिंग कंडीशन में कैंडीडेट्स के अंदर किसी भी जोखिम का सामना करने की आत्मविश्वास की दिखाना होगा।
  • कैंडिडेट्स को माइनिंग की टेक्नोलॉजी एवं इस से रिलेटेड सारे अपडेट्स की जानकारी का होना आवश्यक है।
  • कैंडीडेट्स की मैथ्स और फिजिक्स जैसे विषयों में दिलचस्पी होनी चाहिए ताकि उनका माइंड शार्प रहे।

Must Read :-

Conclusion :-

माइनिंग इंजीनियर कैसे बने (Mining Engineer Kaise Bane) | माइनिंग सरदार कैसे बने | माइनिंग कोर्स क्या है?

  • दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आज के इस ब्लॉग के माध्यम से आप लोगों को काफी कुछ सीखने मिला है।
  • जैसे कि How To Become A Mining Engineering (माइनिंग इंजीनियर कैसे बने), माइनिंग सरदार कैसे बनेमाइनिंग, माइनिंग कोर्स क्या है? माइनिंग क्या है? (What is Mining), माइनिंग इंजीनियरिंग क्या है? ( What is Mining Engineering), माइनिंग कितने प्रकार के होते है (Types of Mining), माइनिंग कोर्स का सिलेबस (Syllabus of Mining Course), माइनिंग इंजीनियरिंग के प्रचलित कोर्स (Popular Courses of mining engineering), माइनिंग इंजीनियरिंग करने के बाद अवसर (Opportunities after completing mining engineering), भारत के प्रमुख माइनिंग इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट (Top Mining Engineering institute of India), माइनिंग इंजीनियरिंग करने के बाद कौन कौन सी कंपनियां नौकरी देती है। (Which companies are provide jobs after completing mining engineering), Mining इंजीनियर का वेतन (Salary of Mining Engineer), माइनिंग इंजीनियर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स ( Skills That are must require to become a mining engineer) आदि।
  • आज का यह ब्लॉग आपको माइनिंग इंजीनियर बनने में काफी मदद करेगा।
  • अगर आपको हमारा यह ब्लॉग पसंद आया है तो प्लीज इस ब्लॉग को अपने दोस्तो के साथ शेयर करे।

धन्यवाद

माइनिंग इंजीनियर कैसे बने (Mining Engineer Kaise Bane) | माइनिंग सरदार कैसे बने

4 thoughts on “माइनिंग इंजीनियर कैसे बने (Mining Engineer Kaise Bane)”

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